About Writer 

दोस्तों नमस्ते, मैं रोहित आपका स्वागत करता हूँ मेरे हिंदी स्टोरी ब्लॉग पर! यूँ तो लिखने का शौक़ मुझे बहुत पहले से था, किसी ना किसी विषय पर अक्सर कुछ न कुछ लिखा करता था, धीरे धीरे ये शौक़ बढ़ता गया और मैं आज आप सबके सामने अपना खुद का एक ब्लॉग लेके हाजिर हूँ।

 मेरा जन्म सन १९९२ में ओडिशा के खोर्धा ज़िले में हुआ। मैंने अपनी प्राथमिक शिक्षा से लेकर अपनी पदवी तक की पढाई खुर्दा में ही पूरी की, फिर आगे की पढाई भुवनेश्वर में पूरी हुई। मैंने अपनी मास्टर्स डिग्री Orissa University Of Agriculture & Technology में पूरी की, फिलहाल मैं SOA University में PhD कर रहा हूँ। 

 दोस्तों ये तो थी मेरे पढाई से जुडी कुछ जानकारियां, अब बात करते हैं मेरे कहानिओं के प्रति रुचि की, बचपन से ही मुझे कहानियां लिखना बेहद पसंद था, मैंने ये महसूस किया हैं की कहानिया अक्सर हमे एक सफर पर ले चलती हैं, मैं चाहता हुं आप भी मेरी तरह इस सफ़र का आनंद ले, तो चलिए मेरे साथ इन कहानियों की सैर कर आए!

दोस्तों हम सभी कहीं न कहीं अनेकानेक कहानियों से घिरे हुए हैं, किसी न किसी वजह से हम कहानियों और उनसे जुड़े पात्रों को ख़ुद में ढूंढने लगते हैं और कहानियों को अपने अंदर समाहित करके हम उन्हें जीने लगते हैं। मैने अक्सर लोगों को कहते हुए देखा हैं की वो इन कहानियों के पात्रों को जीते हैं तो मैंने भी अपनी कलम से कुछ किरदारों को जीवन देने की कोशिश की हैं उम्मीद हैं आप भी इनको मेरे साथ जिए। मैंने कुछ सालों पहले ब्लॉग शुरू करना चाहा लेकिन समय की व्यस्तता के चलते ना हो पाया। मैं गत दो वर्षों से प्रतिलिपि के माध्यम से अपनी रचनाओं को वाचकों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूं, वहां पर मिले अच्छे प्रतिसाद के बाद एक उम्मीद की किरण जाग उठी और मैं आपके सामने स्वयं का blog लेकर प्रस्तुत हूं। अगर आपका साथ बना रहा तो मेरी उम्मीदों के धागे और मज़बूत होते जाएंगे और में आपके समक्ष यूं ही अपनी कल्पनाओं को आकार देकर रचनाएं प्रस्तुत करने की भरपूर कोशिशें करते रहूंगा। सफ़र का पहला क़दम भले ही मुश्किलोंं से  भरा रहा लेकिन रास्ते में कई सलाहकार और मित्र मिलते गए और कारवां बढ़ता गया। उन्होंने मुझे कई सुझाव दिए, गलतियों पर अचूक मार्गदर्शन किया, और अपनी कलम के माध्यम से मैं कहानियों को पन्नों पर उतारता गया और मैं एक ब्लॉग बनाने में सफल हुआ हूं, इसके लिए मैं सभी मित्र, सलाहकार, शुभचिंतक और खासकर मेरे वाचकों का तहेदिल से शुक्रिया करता हूं। मेरी ये कोशिश रहेगी कि मैं आपके लिए बेहतरिन रचनाएं प्रस्तुत करता रहूंगा उम्मीद हैं आप इस सफ़र पर मेरा साथ आखरी तक निभाएंगे!

About Editor

कहते हैं कहानी अपने शब्दों से ही जानी जाती हैं, शब्द ही हैं जो वाचक को बांधे रखते हैं। किसी भी कहानी को वास्तविक रूप देने के लिए उसका अच्छे से सम्पादित होना अत्यंत आवश्यक होता हैं, आइए जानते हैं मेरे ब्लॉग की संपादिका पूनम वर्मा के बारे में।

एक कुशल संपादिका होने के साथ साथ पूनम मेरी एक अच्छी मित्र भी हैं। शुरुआत से ही उन्होंने मेरी कहानियों को लेके अपने रचनात्मक विचार मेरे समक्ष रखे हैं और मेरे शब्दों को उचित दिशा प्रदान करने में उनकी अहम भूमिका रही हैं।

मेरी उनसे मुलाकात २०१७ में हुई थी, तब से पूनम और मैं बहुत अच्छे मित्र हैं। मेरे साथ जुड़े रहने और मेरी रचनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए मैं उनका आभारी हूं, मैं उनसे आग्रह करता हूं की वो अपने बारे में वाचकों को कुछ बताए !

सभी वाचकों को मेरा सादर अभिवादन! मैं रोहित का आभार प्रकट करती हूं की उन्होंने मुझे इस कार्य के अनुकूल समझा और ये संधी प्रदान की, की मैं उनकी रचनाओं का संपादन करू। कहते हैं दोस्ती और भी पक्की हो जाती हैं अगर आपके गुण और कलाएं मिले, हम दोनों की दोस्ती भी ठीक ऐसी ही हैं। मैं कविताएं, शायरी और चंद रचनाएं लिखती हूं हिंदी, मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में और मेरे मित्र रोहित भी साहित्य की रुचि रखने वाले कवि लेखक और एक बेहद अच्छे व्यक्तित्व हैं। उनकी कल्पनाओं को जो शब्दों में उन्होंने रुप दिया हैं बेहद खुबसूरत हैं और मैं उनकी सराहना करती हूं। मैं अपना वक्त निकाल कर जरूर ये कोशिशें करूंगी की, मैं उन रचनाओं में अपने संपादन के ज़रिए कुछ रंग भर दू।